
यूक्रेन ने रूस पर जवाबी हमला बोल दिया है। रूसी कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क के कारपाटी गांव में यूक्रेन की गोलाबारी में पांच लोग मारे गए और 19 घायल हुए हैं। यूक्रेन ने राकेट लांचरों से सीमा के नजदीक के रूसी कस्बे को भी निशाना बनाया, जिससे वहां पर कई भवनों को नुकसान हुआ और चार लोग घायल हुए हैं।
इतना ही नहीं दक्षिणी रूस में स्थित दो बड़े तेलशोधक कारखानों में यूक्रेन के ड्रोन हमले से आग लग गई है। इन कारखानों से विश्व का 1.5 प्रतिशत तेल निर्यात किया जाता है। हमले से तेल निर्यात में बाधा आई है। काला सागर के तट पर स्थित नोवोरोसिस्क रूस का सबसे बड़ा तेल निर्यात टर्मिनल है।
इस टर्मिनल से 70-80 किलोमीटर दूर स्थित एफिपिस्की और इल्स्की स्थित तेलशोधक कारखानों (रिफायनरी) पर ड्रोन हमले हुए हैं। हमलों के बाद दोनों कारखानों में आग लग गई है, उसे नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यूक्रेनी सेना ने बुधवार को रूस की सीमा के नजदीक स्थित शेबेकीनो कस्बे पर गोलाबारी की है।
हमले में कई भवनों को पहुंचा नुकसान
इस हमले में आठ मंजिला एक भवन, चार घरों और एक स्कूल को नुकसान हुआ है। घायल हुए दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक सप्ताह के भीतर रूसी क्षेत्र में यूक्रेन का यह तीसरा हमला है। जवाब में यूक्रेनी शहरों पर रूस ने कई दौर में हवाई हमले किए।
रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेन का आखिरी युद्धपोत भी नष्ट कर दिया है। रूसी नौसेना ने ओडेसा के समुद्री तट के नजदीक यूक्रेनी युद्धपोत को मिसाइल से हमला कर डुबो दिया।
इससे पहले, रूस की राजधानी मॉस्को पर मंगलवार को ड्रोन हमला हुआ था, जिसमें उसके दो भवनों को नुकसान हुआ था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद मॉस्को पर यह पहला बड़ा हमला था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराते हुए बताया कि 25 हमलावर ड्रोनों में ज्यादातर को मार गिराया गया या इलेक्ट्राॉनिक जैमर से उन्हें नियंत्रण विहीन कर दिया गया, जिससे वे दूर क्रैश हो गए।