
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा मंगलवार को आम आदमी पार्टी सरकार का दूसरा बजट पेश करेंगे। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य पर बढ़ता कर्ज होगा। राज्य पर अभी 3.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर्ज है।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सोमवार को पेश बजट में महिलाओं के लिए एक हजार रुपये सम्मान योजना शुरू कर दी। इस फैसले से पंजाब सरकार पर भी दबाव बढ़ गया है। विधानसभा चुनाव में आप ने एक करोड़ महिलाओं से एक हजार रुपये महीना भत्ता देने का वादा किया था। वित्त मंत्री पर सबकी नजरे रहेंगी कि क्या वह लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली की तर्ज पर घोषणा करते हैं या नहीं।
पंजाब में योजना लागू करना आप सरकार के लिए इसलिए भी आसान नहीं है, क्योंकि सरकार पहले ही बिजली पर 22,000 करोड़ रुपये सब्सिडी दे रही है। एक करोड़ महिला मतदाता हैं। 50 लाख के करीब ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें कोई सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है तो सरकार को प्रति माह 500 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। यह तय है कि आप सरकार मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल पर फोकस करने जा रही है। किसानों के लिए भी सरकार कोई बड़ा प्रविधान कर सकती है।
पंजाब में किसानी ही सबसे बड़ा तबका है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि सिंचाई से लेकर किसानों को मिलने वाले बीज को लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है। वहीं, स्वास्थ्य, शिक्षा और खेल के बजट में बड़ी वृद्धि कर सकती है। दो वर्षों में सरकार अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट स्कूल आफ एमिनेंस की संख्या 13 कर पाई है, जबकि सरकार की योजना हर जिले में स्कूल आफ एमिनेंस खोलने की है।
बजट में वित्त मंत्री नए आम आदमी क्लीनिक खोलने की घोषणा कर सकते हैं। इसके लिए वित्त मंत्री अलग से भी बजट का प्रविधान करेंगे। चीमा के सामने सबसे बड़ी चुनौती आय बढ़ाना है, क्योंकि पहले ही सरकारी कर्मियों को 4-4 प्रतिशत की दो डीए किस्त नहीं मिली हैं। लोकसभा चुनाव को देखते हुए सरकार मुलाजिमों को खुश करने के लिए डीए की किस्त की भी घोषणा कर सकती है।