
शिरडी, जो कि साईं बाबा के दर्शनों के लिए लाखों भक्तों का केंद्र है, अब एक महत्वपूर्ण बदलाव का गवाह बन रहा है। महाराष्ट्र सरकार और शिरडी प्रशासन ने शिरडी में गोमांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम साईं बाबा के अनुयायियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, क्योंकि शिरडी में हर साल लाखों भक्त आते हैं और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसके लिए यह फैसला लिया गया।गोमांस पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद शिरडी में अब किसी भी होटल, रेस्तरां या बाजार में गोमांस की बिक्री और खपत पूरी तरह से अवैध हो गई है। यह कदम स्थानीय प्रशासन द्वारा कानून और व्यवस्था बनाए रखने और धार्मिक स्थलों के आसपास की सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति को संरक्षित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।इसके साथ ही, शिरडी के अन्य एक और बड़े मुद्दे पर भी ठोस कदम उठाए गए हैं। पहले शिरडी में मंदिर के आस-पास स्थित होटल्स और अन्य किराए के ठिकानों पर भक्तों से अत्यधिक पैसे वसूलने की घटनाएं सामने आ रही थीं। कई बार श्रद्धालुओं को किराए के नाम पर लूट का शिकार होना पड़ता था, जिससे उनके अनुभव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। इस पर भी अब रोक लगा दी गई है और प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं।शिरडी के अधिकारियों ने कहा कि अब सभी होटल और धर्मशालाओं में उचित किराया लिया जाएगा और किसी भी भक्त से अतिरिक्त पैसे नहीं वसूले जाएंगे। साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई होटल या किराए पर देने वाला व्यक्ति अवैध तरीके से शुल्क लेता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने होटल व्यवसायियों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी स्थिति में भक्तों को धोखा देने का प्रयास न करें और सही तरीके से उनका स्वागत करें।इन दोनों फैसलों से शिरडी में आने वाले भक्तों को राहत मिली है। भक्तों का कहना है कि अब वे बिना किसी डर और दबाव के शिरडी की यात्रा कर सकेंगे और उनका अनुभव बेहतर होगा। प्रशासन के इस फैसले ने शिरडी को एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और समर्पित धार्मिक स्थल बना दिया है।शिरडी में गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध और किराए की लूट पर रोक, दोनों ही कदम शहर के धार्मिक माहौल को बनाए रखने और भक्तों के सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये फैसले न केवल शिरडी के प्रशासन के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों के प्रबंधन को लेकर एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।