
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत राज्य में नए प्रावधानों का ऐलान किया गया है, जो अब तक के आवासीय लाभार्थियों को लेकर एक नया बदलाव लेकर आया है। इस योजना के तहत, जहां एक तरफ कई लोगों को अपना घर मिलने की उम्मीद है, वहीं कुछ शर्तों के कारण कुछ लोगों को लाभ नहीं मिलेगा।इस योजना के तहत अब परिवार के एक ही सदस्य को आवासीय लाभ मिलेगा, लेकिन परिवार के अन्य सदस्य इस लाभ से वंचित रहेंगे। इसका मतलब यह है कि यदि एक परिवार के किसी सदस्य को प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत घर मिलता है, तो उसके परिवार के अन्य सदस्य, जैसे बेटा या बहन, इस योजना के तहत घर के लाभ के लिए पात्र नहीं होंगे।उदाहरण के लिए, यदि किसी पिता को इस योजना के तहत घर मिल जाता है, तो उनके बेटे को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा, भले ही वह परिवार का हिस्सा हो। इस बदलाव का कारण यह है कि सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लाभ का वितरण सबसे अधिक जरूरतमंदों तक पहुंचे, और एक ही परिवार के कई सदस्य एक साथ योजना का लाभ न उठाएं।यह योजना उन लोगों के लिए है, जिनके पास स्वयं का घर नहीं है और जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में, सरकार ने इस बदलाव को लागू किया है ताकि जो व्यक्ति सचमुच घर के बिना हैं, उन्हें इस योजना का लाभ मिल सके और उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आ सके।इस बदलाव से उन परिवारों में थोड़ी निराशा हो सकती है, जिनके कई सदस्य इस योजना का लाभ पाने के लिए पात्र थे, लेकिन अब उन्हें इसे साझा नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि जिन व्यक्तियों को घर की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 का उद्देश्य राज्य के गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपने घर का सपना साकार करने में मदद करना है, और सरकार ने इस योजना के तहत कई बदलाव किए हैं ताकि लाभार्थियों को सही तरीके से मदद मिल सके।