
उत्तराखंड: प्रदेश में इस समय बिजली संकट गहरा रहा है, और इसके समाधान के लिए राज्य सरकार ने अपनी तैयारियों को तेज़ कर दिया है। इन दिनों राज्य में बिजली की खपत में काफी वृद्धि देखी जा रही है, और हाल ही में बिजली की मांग चार करोड़ यूनिट को पार कर गई है। यह स्थिति विशेष रूप से गर्मी के मौसम में बढ़ी है, जब तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है और एयर कंडीशनर और पंखे जैसी उपकरणों की खपत में भी इज़ाफा हो रहा है।इस बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य विद्युत विभाग ने बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार ने बिजली उत्पादन में वृद्धि करने, अतिरिक्त आपूर्ति के लिए अन्य राज्यों से बिजली आयात करने और त्वरित सुधार योजनाओं को लागू करने की योजना बनाई है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि खराब ट्रांसफॉर्मर और अन्य उपकरणों की मरम्मत जल्द से जल्द की जाए, ताकि बिजली वितरण में कोई रुकावट न हो।इसके अलावा, बिजली बचत के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि बिजली की खपत को नियंत्रित किया जा सके और अनावश्यक बिजली का उपयोग न हो। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे ऊर्जा बचत की दिशा में कदम उठाएं, जैसे कि लाइट्स और पंखों को तब तक न चलाएं जब तक जरूरी न हो और बिजली के उपकरणों का सही तरीके से उपयोग करें।विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस समय बिजली की आपूर्ति में किसी भी तरह की कमी नहीं आएगी, लेकिन यदि मांग इसी तरह बढ़ती रही, तो कुछ क्षेत्रों में शेड्यूल के मुताबिक बिजली कटौती की जा सकती है। विभाग ने यह भी कहा है कि स्थिति को सुधारने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और बिजली संकट से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम जल्द उठाए जाएंगे।राज्य सरकार और विद्युत विभाग द्वारा की जा रही यह तैयारियां इस संकट के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।