
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को धरने प्रदर्शन का हक है, लेकिन देश की संपत्ति लूटने का कोई अधिकार नहीं है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी विपक्षी राजनीति के नाम पर देश की जमीन और धन को लूटने का काम कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है। बीजेपी के इस हमले के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है, और दोनों पक्षों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब भी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की बात आती है, तो कांग्रेस इसका राजनीतिक फायदा उठाने के लिए झूठी बातें फैलाती है और जनता को भ्रमित करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए केवल धरने प्रदर्शन कर रही है, लेकिन राष्ट्रीय संपत्ति और राज्य के खजाने की लूट को कांग्रेस कभी स्वीकार नहीं करेगी। बीजेपी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अब केवल सत्ता की भूख में लगी हुई है और अपनी सत्ता खोने के बाद वह विकास के रास्ते पर रुकावट डालने के लिए आंदोलन कर रही है। इसके साथ ही अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस से पूछा कि क्या उन्हें विकास विरोधी राजनीति करना छोड़कर देश की भलाई में अपना योगदान नहीं देना चाहिए। इस बयानबाजी के बाद कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से नकारते हुए इसे राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक बीजेपी सरकार अपनी नीतियों और कार्यों के लिए जवाबदेह नहीं होती, तब तक वह देशवासियों के खिलाफ अनदेखी नहीं कर सकती। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी केवल कांग्रेस की आवाज को दबाने के लिए इस तरह के बयानों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास विकास और रोजगार देने के कोई ठोस कार्य नहीं हैं, इसलिए वह केवल विरोधी दलों पर हमले करके अपनी विफलताओं से ध्यान हटा रही है। सियासी विशेषज्ञों का मानना है कि यह लड़ाई केवल दोनों पार्टियों के बीच नहीं, बल्कि लोकतंत्र और विपक्ष के अधिकारों की रक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है। बीजेपी द्वारा की जा रही कांग्रेस पर ये हमले और कांग्रेस के द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन, आने वाले समय में लोकसभा चुनावों के पहले एक अहम मोड़ ले सकते हैं।राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ती बयानबाजी से यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले दिनों में दोनों पार्टियों के बीच टकराव और तेज हो सकता है, खासकर जब केंद्र में बीजेपी की सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का एकजुट होना आवश्यक हो।