
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के सीनियर पुरुष खिलाड़ियों के लिए नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया है। हर बार की तरह इस बार भी क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस लिस्ट पर टिकी थीं, और बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें अलग-अलग कैटेगरी में जगह दी है। खास बात यह रही कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को एक बार फिर A+ कैटेगरी में शामिल किया गया है। वहीं, युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ईशान किशन और मिडल ऑर्डर बैटर श्रेयस अय्यर की वापसी भी इस कॉन्ट्रैक्ट में देखने को मिली है, जो लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे थे या फिर कॉन्ट्रैक्ट सूची से बाहर हो गए थे। साल 2024-25 के इस सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में कुल चार कैटेगरी बनाई गई हैं — A+, A, B और C। सबसे ऊंची यानी A+ कैटेगरी में इस बार भी तीन ही खिलाड़ी जगह बना पाए हैं। विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को इस ग्रेड में बरकरार रखा गया है। इस कैटेगरी के खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा 7 करोड़ रुपये सालाना सैलरी दी जाती है। वहीं, A कैटेगरी में रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी, और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिन्हें सालाना 5 करोड़ रुपये मिलते हैं। सबसे ज्यादा चर्चा ईशान किशन और श्रेयस अय्यर की रही, जिन्हें पिछली लिस्ट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन इस बार दोनों की वापसी हुई है। ईशान किशन, जो अपने आक्रामक बल्लेबाज़ी अंदाज़ और विकेटकीपिंग कौशल के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर फिर से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। वहीं, श्रेयस अय्यर ने भी चोट के बाद वापसी करते हुए एक बार फिर अपनी जगह पक्की कर ली है। दोनों को C कैटेगरी में रखा गया है, जिसमें खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं।बीसीसीआई ने यह भी साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों का प्रदर्शन, फिटनेस और उपलब्धता ही उनकी ग्रेडिंग का आधार रहेगा। साथ ही बोर्ड ने यह भी कहा कि अगर कोई खिलाड़ी लगातार बोर्ड और टीम मैनेजमेंट के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करेगा या प्रदर्शन में गिरावट दिखेगी, तो उसे कॉन्ट्रैक्ट से बाहर भी किया जा सकता है। इस घोषणा के बाद क्रिकेट प्रेमियों के बीच जबरदस्त चर्चा है। फैंस विराट कोहली और रोहित शर्मा को A+ कैटेगरी में बरकरार रखे जाने से खुश हैं, तो वहीं कुछ लोग सूर्यकुमार यादव और कुलदीप यादव को A कैटेगरी में न देखकर हैरान भी हैं।इस सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा से यह भी साफ हो गया है कि बीसीसीआई टी20 और टेस्ट फॉर्मेट दोनों के लिए खिलाड़ियों की अलग-अलग योजनाओं पर काम कर रही है। जिन खिलाड़ियों ने पिछले कुछ महीनों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें ग्रेड में ऊपर किया गया है, जबकि चोटिल या अनफिट खिलाड़ियों को नीचे ग्रेड में रखा गया या कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया गया है।कुल मिलाकर, बीसीसीआई का यह सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी और सम्मान की बात है। इससे यह भी साफ संदेश जाता है कि प्रदर्शन ही टीम इंडिया में टिके रहने और ऊंचे ग्रेड पाने का रास्ता है। आने वाले दिनों में आईपीएल 2025 और फिर टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए यह कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को और भी प्रेरित करेगा।