
उत्तराखंड में शुरू हो चुकी चारधाम यात्रा को लेकर प्रशासन ने इस वर्ष विशेष सतर्कता बरती है। तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए सरकार ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पहले से अधिक सख्त और पारदर्शी बनाने का फैसला किया है। अब सोनप्रयाग, पांडुकेश्वर, हिना और बड़कोट जैसे प्रमुख पड़ावों पर यात्रियों के पंजीकरण की अनिवार्य चेकिंग की जाएगी।
यात्रियों के लिए अनिवार्य पंजीकरण
चारधाम यात्रा में भाग लेने वाले प्रत्येक यात्री के लिए पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यह पंजीकरण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से कराया जा सकता है। इससे सरकार को यात्रियों की संख्या का सटीक आंकलन करने, भीड़ प्रबंधन और आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी।
चेकिंग पॉइंट पर पंजीकरण की सख्त जांच
चारधाम यात्रा मार्ग में आने वाले इन चार प्रमुख स्थानों – सोनप्रयाग (केदारनाथ मार्ग), पांडुकेश्वर (बद्रीनाथ मार्ग), हिना (गंगोत्री मार्ग) और बड़कोट (यमुनोत्री मार्ग) – पर यात्रियों के पंजीकरण की जांच की जाएगी। बिना पंजीकरण के यात्रा कर रहे यात्रियों को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधिकारियों की टीमें इन स्थानों पर तैनात रहेंगी जो यात्रियों के दस्तावेजों की जांच करेंगी और उन्हें संबंधित धाम की ओर बढ़ने की अनुमति देंगी।
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के उद्देश्य से कदम
यह कदम यात्रियों की सुरक्षा, यात्रा प्रबंधन और धार्मिक स्थलों पर अत्यधिक भीड़ से बचाव के उद्देश्य से उठाया गया है। पिछले वर्षों में देखा गया है कि कई बार बिना पंजीकरण किए श्रद्धालु यात्रा पर निकल पड़ते हैं, जिससे न केवल रूट पर भीड़ बढ़ती है, बल्कि आपातकालीन स्थिति में उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो जाता है।राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि रजिस्ट्रेशन के बिना यात्रा को अनुमति नहीं दी जाएगी और अगर कोई यात्री किसी भी रूप में नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
डिजिटल सुविधा का बढ़ता उपयोग
उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए चारधाम यात्रा पोर्टल और मोबाइल ऐप की सुविधा शुरू की है, जहाँ यात्री आसानी से अपना पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कई पंजीकरण केंद्र भी फिजिकल रूप से खोले गए हैं जहाँ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। यात्रियों को यात्रा से पहले अपना रजिस्ट्रेशन प्रिंट या डिजिटल रूप में साथ रखना होगा।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले अपना रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करें और निर्धारित स्थानों पर जांच के लिए समय से पहुंचें। साथ ही, सभी आवश्यक दस्तावेज, मेडिकल प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो), और सुरक्षा नियमों का पालन करें। चारधाम यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सफल बनाने के लिए सरकार ने पंजीकरण प्रक्रिया को सख्ती से लागू किया है। यात्रियों को चाहिए कि वे समय पर रजिस्ट्रेशन कराएं और नियमों का पालन करें, जिससे वे एक दिव्य, सुरक्षित और यादगार तीर्थ अनुभव प्राप्त कर सकें।