
मंगलवार सुबह एक बार फिर एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ान में तकनीकी खराबी के चलते बड़ी असुविधा उत्पन्न हो गई। सैन फ्रांसिस्को से मुंबई के लिए उड़ान भर रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-180 को, निर्धारित ठहराव कोलकाता में ही यात्रियों को विमान से उतारना पड़ा। यह निर्णय फ्लाइट के बाएं इंजन में आई तकनीकी गड़बड़ी के बाद उड़ान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया।फ्लाइट स्थानीय समयानुसार रात 12:45 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची थी, लेकिन बाएं इंजन में खराबी सामने आने के बाद एयरलाइन प्रबंधन ने तकरीबन 5:20 बजे सभी यात्रियों को विमान से बाहर निकालने का निर्णय लिया। फ्लाइट कैप्टन ने खुद यात्रियों को इस फैसले की जानकारी दी और कहा कि उड़ान सुरक्षा सर्वोपरि है।
तकनीकी खराबी का सिलसिला: हालिया घटनाएं बढ़ा रहीं चिंता
इस घटना ने कुछ ही दिन पहले हुए एक बड़े हादसे की यादें ताजा कर दीं। दरअसल, 5 दिन पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से टकरा गई थी। इस दुर्घटना में 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई थी, केवल एक ब्रिटिश नागरिक ही जीवित बचा था। इस हादसे के बाद देशभर के हवाई यात्रियों में चिंता और डर का माहौल है।इसी कड़ी में सोमवार को हांगकांग से दिल्ली लौट रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-315 को भी उड़ान के दौरान तकनीकी खामी की आशंका के चलते लौटना पड़ा। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में उड़ान के बीच खराबी महसूस की गई, जिससे यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी। यह फ्लाइट भी उसी श्रेणी की थी, जिसे एयर इंडिया भारत में प्रमुखता से इस्तेमाल करती है।
रविवार को लंदन से चेन्नई जा रही फ्लाइट में भी तकनीकी गड़बड़ी
रविवार को ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट BA-35, जो लंदन से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद 15,000 फीट की ऊंचाई पर फ्लैप सिस्टम में खराबी के संकेत मिलने पर पायलटों ने फ्लाइट को होल्डिंग पैटर्न में डाल दिया। विमान को लगभग 30 मिनट तक 12,000 फीट पर उड़ाया गया और अतिरिक्त ईंधन गिराकर सुरक्षित लैंडिंग के लिए वजन कम किया गया। इसके बाद फ्लाइट ने लंदन हीथ्रो एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की।
लुफ्थांसा और सऊदी एयरलाइंस की फ्लाइटों में भी अलर्ट
इसी दिन हैदराबाद आने वाली लुफ्थांसा की फ्लाइट LH752 को फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट लौटना पड़ा क्योंकि हैदराबाद एयरपोर्ट पर एक बम धमाके की ईमेल धमकी मिली थी। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत विमान को भारत में उतरने की अनुमति नहीं मिली और उसे मूल स्थान पर वापस जाना पड़ा।वहीं, लखनऊ एयरपोर्ट पर जेद्दा से आई एक सऊदी फ्लाइट के लैंडिंग गियर से धुआं निकलने के दृश्य ने यात्रियों को भयभीत कर दिया। हालांकि एयरपोर्ट की ARFF टीम ने समय रहते स्थिति को काबू में कर लिया और किसी बड़ी दुर्घटना को टाल दिया गया।
एयर इंडिया पर उठे सवाल, यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
पिछले कुछ दिनों में एयर इंडिया की उड़ानों में बार-बार आ रही तकनीकी दिक्कतों और हादसों ने विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का दावा किया जाता है, वहीं इन घटनाओं की पुनरावृत्ति से यात्री डरे हुए हैं। एयर इंडिया और अन्य एयरलाइंस के लिए यह समय है कि वे तकनीकी निरीक्षणों को और भी कठोर बनाएं और अपनी सेवा की गुणवत्ता पर दोबारा ध्यान दें।यात्रियों की जान की कीमत अनमोल होती है। हर उड़ान में पूरी तरह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई भी तकनीकी कमी उड़ान भरने से पहले ही दूर कर ली जाए। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं न केवल यात्रियों का भरोसा डगमगाती हैं, बल्कि देश की विमानन छवि पर भी असर डालती हैं।