
उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने स्थिति को चिंताजनक बना दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने राज्य के नौ जिलों में भारी से भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चम्पावत और ऊधमसिंह नगर शामिल हैं। इन इलाकों में अगले 24 से 48 घंटों के भीतर अत्यधिक वर्षा, जलभराव, भूस्खलन और नदियों का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ने की आशंका जताई गई है।
गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के बेहद करीब
हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 292.90 मीटर पर पहुंच गया है, जो कि चेतावनी रेखा 293 मीटर से महज कुछ सेंटीमीटर नीचे है। लगातार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने गंगा घाट खाली करवा दिए हैं और किनारे बसे लोगों को सतर्क कर दिया गया है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अमले को अलर्ट पर रखा गया है और पल-पल की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
ऋषिकेश में गंगा घाट जलमग्न
ऋषिकेश में स्थिति और गंभीर है। यहां देर रात से हो रही भारी बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। गंगा चेतावनी रेखा 339.50 मीटर के करीब पहुंचकर 338.97 मीटर पर बह रही है। घाटों और तटीय इलाकों में पानी भर गया है। स्थानीय प्रशासन ने वहां भी सतर्कता के साथ निगरानी बढ़ा दी है।
यात्रियों को सतर्कता बरतने की अपील
मौसम विभाग ने आमजन से अपील की है कि नदी-नालों के किनारे न जाएं, और पर्वतीय क्षेत्रों की अनावश्यक यात्रा से बचें। भारी वर्षा के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है। खासकर रात के समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
यमुनोत्री हाईवे क्षतिग्रस्त, यात्रियों को रोका गया
तेज बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर भी तबाही देखने को मिली है। पांच स्थानों पर करीब 30 मीटर तक सड़क बह गई है। प्रशासन ने लगभग 850 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका है, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। एनएच और राहत एजेंसियां मौके पर पहुंचकर मरम्मत कार्य में जुटी हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड में
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA), जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस बल को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है। जलस्तर मापने वाली इकाइयां हर दो घंटे में अपडेट भेज रही हैं। राहत चौकियां सक्रिय कर दी गई हैं और संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावें और राहत सामग्री तैयार रखी गई है। उत्तराखंड इस समय गंभीर मौसमीय संकट से गुजर रहा है। भारी बारिश, नदियों के बढ़ते जलस्तर और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए आमजन से सावधानी बरतने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।