
भुवनेश्वर, 11 जुलाई — कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ समावेश’ कार्यक्रम में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में चुनाव की चोरी की साजिश रची जा रही है, ठीक उसी तरह जैसे महाराष्ट्र में किया गया था। राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा, “हम ऐसा नहीं होने देंगे।” उनके इस तीखे बयान ने आगामी चुनावों को लेकर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
बिहार में मतदाता सूची की समीक्षा पर जताई चिंता
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि बिहार में विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया के नाम पर चुनाव आयोग, भाजपा की ओर से एक नई साजिश रच रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अब भाजपा की शाखा की तरह काम कर रहा है, न कि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संवैधानिक संस्था की तरह।उन्होंने कहा, “मैं कल बिहार में था। जैसे महाराष्ट्र में चुनाव की चोरी की गई, वैसे ही अब बिहार में भी वैसी ही कोशिश हो रही है।” राहुल ने दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए, जिनकी पहचान, पृष्ठभूमि या स्थान की जानकारी तक सार्वजनिक नहीं की गई।
चुनाव आयोग पर लगाए पारदर्शिता के उल्लंघन के आरोप
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विपक्ष ने कई बार मतदाता सूची और उसकी वीडियोग्राफी की जानकारी मांगी, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें यह डेटा नहीं दिया। उन्होंने बिहार में विपक्षी गठबंधन INDIA के नेताओं से स्पष्ट तौर पर कहा कि “हम मिलकर चुनाव आयोग और भाजपा को बिहार में चुनाव चोरी नहीं करने देंगे।”
ओडिशा सरकार पर भ्रष्टाचार और गरीबों के शोषण का आरोप
राहुल गांधी ने न केवल बिहार बल्कि ओडिशा की सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ओडिशा सरकार सिर्फ एक ही काम कर रही है — राज्य के गरीबों से उनका धन, अधिकार और भविष्य छीनना।उन्होंने कहा, “पहले बीजद सरकार ने यही किया और अब भाजपा सरकार उसी राह पर चल रही है। एक ओर ओडिशा के गरीब, दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, किसान और मजदूर हैं, दूसरी तरफ अदाणी जैसे अरबपति और भाजपा सरकार।”राहुल गांधी ने कहा कि यह सत्ता अब किसी सरकार के हाथ में नहीं, बल्कि अदाणी के नियंत्रण में है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “जैसे ही जगन्नाथ यात्रा होती है, अदाणी और उनके परिवार के लिए रथ रोक दिया जाता है। इससे आप समझ सकते हैं कि सरकार किसके इशारे पर चल रही है।”
महिलाओं की सुरक्षा पर उठाए सवाल
अपने भाषण में राहुल गांधी ने ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि “ओडिशा में अब तक 40,000 से अधिक महिलाएं गायब हो चुकी हैं, जिनका आज तक कोई पता नहीं चला है।”उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में हर दिन लगभग 15 महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहा है, लेकिन सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि “यह सरकार चौबीसों घंटे गरीबों का खून चूस रही है, उनकी जमीन और भविष्य छीन रही है।”
खरगे का आरोप: भाजपा दलितों और आदिवासियों का कर रही सफाया
रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा दलितों और आदिवासियों को खत्म करने पर तुली हुई है। उन्होंने ओडिशा में दलितों और सरकारी अधिकारियों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए कहा कि “भाजपा संविधान से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद को हटाने की कोशिश कर रही है।”खरगे ने कहा कि आज आवश्यकता है कि दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होकर लड़ें। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे ओडिशा की जनता के साथ मिलकर इस लड़ाई को लड़ें और जीतें। कांग्रेस के भुवनेश्वर कार्यक्रम में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों ने भाजपा के खिलाफ विपक्षी मोर्चे को और धारदार बना दिया है। जहां एक ओर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए, वहीं दूसरी ओर ओडिशा की राजनीति में पूंजीपतियों के दखल और महिलाओं की सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों को उठाकर उन्होंने 2024-25 के चुनावी परिदृश्य की ज़मीन को और गर्म कर दिया है।