देवप्रयाग/ऋषिकेश। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में तबाही मचा दी है। देवप्रयाग क्षेत्र में अलकनंदा नदी उफान पर आ गई है और गंगा का जल स्तर चेतावनी के निशान तक पहुंच गया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए त्रिवेणी घाट पर लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को अलर्ट किया गया है।
केंद्रीय जल आयोग के सूत्रों के अनुसार, अलकनंदा नदी बीती रात 460 मीटर की ऊँचाई पर बह रही थी। शनिवार सुबह इसका जलस्तर तेजी से बढ़कर 463 मीटर तक पहुंच गया। जलस्तर के बढ़ने से गंगा भी चेतावनी स्तर पर बह रही है। इस कारण मुख्य संगम घाट, रामकुंड घाट और फुलाडी घाट पूरी तरह डूब गए हैं।\

तेज प्रवाह की वजह से अलकनंदा ने भागीरथी का मार्ग रोक दिया, जिससे भागीरथी का जल स्तर भी बढ़ गया। अलकनंदा, भागीरथी और गंगा के स्नान घाटों के डूब जाने के बावजूद स्थानीय लोग और तीर्थयात्री शनि अमावस्या के अवसर पर तर्पण का कार्य कर रहे हैं। प्रशासन और सुरक्षा बल लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं और सतर्कता बढ़ा दी गई है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। त्रिवेणी घाट, रामकुंड और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार पैट्रोलिंग और निगरानी कर रही हैं। लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से सतर्क किया जा रहा है कि वे नदी के पास न जाएं और बचाव कार्य में सहयोग करें।
यह स्थिति विशेष रूप से देवप्रयाग, टोडेश्वर टापू और आसपास के घाटों में गंभीर है। बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने से कई घाट पूरी तरह पानी में डूब गए हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों को चेतावनी दी है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और तटीय क्षेत्रों में किसी भी तरह का जोखिम न लें।
उत्तराखंड में बढ़ते जलस्तर और तेज प्रवाह के चलते पर्यटक और तीर्थयात्री भी सतर्क हैं। अलकनंदा और गंगा नदी के किनारे बने मंदिर और घाटों पर प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए हैं। इसके अलावा, आईटीबीपी और SDRF की टीमों को भी तैनात किया गया है ताकि आपातकालीन स्थिति में तुरंत राहत कार्य किया जा सके।
राज्य सरकार और केंद्रीय जल आयोग की टीम लगातार स्थिति पर नजर रख रही है। अधिकारियों ने कहा कि नदी का जलस्तर और मौसम की स्थिति को देखते हुए आवश्यक सावधानी बरती जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियां सतर्क हैं।
उत्तराखंड में इस समय नदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर लोगों में डर और चिंता का माहौल है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे तटीय क्षेत्रों में न जाएं और राहत-बचाव टीमों के निर्देशों का पालन करें। त्रिवेणी घाट, रामकुंड और फुलाड़ी घाट जैसे प्रमुख घाटों पर अलर्ट जारी है और स्थिति को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है।