Kashipur: किसानों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव कर तीन घंटे दिया धरना

भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानों ने बरखेड़ा पांडे और एस्कार्ट फार्म के किसानों को कब्जे की भूमि पर मालिकाना हक देने की मांग के लिए एसडीएम कार्यालय का घेराव कर कार्यालय गेट पर तीन घंटे प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान नेताओं ने सरकार को किसान विरोधी बताया और मांगे नहीं मानने पर प्रदेश भर में अधिकारियों का घरों से बाहर निकलना बंद करने की चेतावनी दी।


शनिवार को ग्राम बरखेड़ा पांडे व एस्कार्ट फार्म के महिला-पुरुष किसान टैक्ट्रर-ट्रॉलियों व विभिन्न वाहनों से एसडीएम कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में एसडीएम नहीं थे। किसान भाकियू जिंदाबाद के नारे लगाते हुऐ कार्यालय परिसर गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी किसानों की उपेक्षा कर रहे हैं। भाकियू के ब्लॉक अध्यक्ष टीका सिंह सैनी ने कहा कि किसानों की जिंदगी प्रदर्शनों में गुजर जाती है। कभी खाद के लिए तो कभी फसल बेचने के लिए प्रदर्शन करना पड़ता है।


ग्राम बरखेड़ा पांडे के 13 किसान परिवार 50 वर्षों से भूमि पर काबिज हैं। अगर यह भूमि सीलिंग की है तब भी सरकार ने इतने वर्षों से किसानों केे नाम वर्ग (क) में दर्ज हो जानी थी। वर्ष 2005-06 में सरकार ने एस्कार्ट फार्म के तकरीबन डेढ़ सौ किसानों को भूमि के पट्टे दिए लेकिन पट्टों की भूमि पर मालिकाना हक नहीं दिया। इससे किसानों को बैंकों से खाद-बीज नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार और उसके मं त्रियों को जानकारी होने पर भी कोई मदद नहीं करते हैं।


भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता ने कहा अगर एस्कार्ट फार्म के किसानों को मालिकाना हक और बरखेड़ा पांडे गिरधई के किसानों के कब्जे की भूमि उनके नाम दर्ज नहीं की गई तो पूरे प्रदेश के अधिकारियों का घरों से बाहर निकलना बंद कर देंगे। भाकियू (युवा) के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि बरखेड़ा पांडे व गिरधई के 13 किसान 1972 से भूमि पर काबिज हैं लेकिन एसडीएम ने उनको बेदखल करने का नोटिस जारी कर दिया। किसान इतना बड़ा अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसान नोटिस वापस लेने और काबिज किसानों के नाम भूमि दर्ज करने की मांग के लिए बरखेड़ा पांडे में बीती 25 नवंबर से धरना क्रमिक अनशन कर रहे हैं। अभी तक किसी भी अधिकारी ने किसानों से पूछा तक नहीं। संचालन कर रहे भाकियू प्रदेश प्रवक्ता मनप्रीत सिंह ने कहा सरकार किसान विरोधी है इसलिए सरकार एस्कार्ट फार्म के किसानों के पट्टों पर मालिकाना हक नहीं दे रही है। अब बरखेड़ा पांडे गिरधई में 50 वर्षों से काबिज किसानों को बेदखल करने का प्रयास कर रही है।
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
एसडीएम के कार्यालय में मौजूद नहीं होने पर तहसीलदार यूसुफ अली ने किसानों से ज्ञापन लिया। ज्ञापन में किसान यूनियन एस्कार्ट फार्म के पट्टेधारी किसानों को पट्टे की भूमि का मालिकाना हक और बरखेड़ा पांडे गिरधई के 13 किसानों को जारी बेदखली नोटिस रद्द करने और कब्जे की भूमि के पट्टे देने की मांग की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/theindi2/public_html/wp-includes/functions.php on line 5471