“Bill Gates की चेतावनी: AI से छिन सकती हैं नौकरियां, लेकिन इन तीन क्षेत्रों में नहीं होगा असर”

नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और दिग्गज तकनीकी उद्योगपति बिल गेट्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव को लेकर एक बड़ी चेतावनी दी है। गेट्स का कहना है कि AI तकनीक के विकास के साथ भविष्य में कई क्षेत्रों में इंसानों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ विशेष क्षेत्रों में इसका असर सीमित रहेगा और यहां AI का असर कम होगा। बिल गेट्स ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि AI से सबसे अधिक प्रभावित होने वाली नौकरियां उन क्षेत्रों में हैं जहां कार्यों को स्वचालित किया जा सकता है, जैसे कि मैन्युफैक्चरिंग, ट्रांसपोर्टेशन और कुछ सेवा क्षेत्र। गेट्स ने उदाहरण के तौर पर कहा कि AI के आने से कैशियर, ड्राइवर, और ग्राहक सेवा प्रतिनिधि जैसी नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं, क्योंकि इन कार्यों को मशीनें और AI सिस्टम आसानी से कर सकते हैं। हालांकि, गेट्स ने यह भी उल्लेख किया कि तीन ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर AI का कम असर होगा। ये क्षेत्र हैं – रचनात्मक उद्योग, मानव संसाधन और सामाजिक सेवाएं

  1. रचनात्मक उद्योग: गेट्स के अनुसार, AI की क्षमताओं के बावजूद, ऐसे काम जो रचनात्मकता, विचारशीलता और भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता रखते हैं, जैसे कि कला, लेखन, संगीत, और डिजाइन, उन पर AI का प्रभाव कम होगा। इंसान की रचनात्मक सोच और कल्पनाशक्ति को पूरी तरह से मशीनें नहीं प्रतिस्थापित कर सकतीं।
  2. मानव संसाधन (HR): गेट्स ने कहा कि मानव संसाधन के क्षेत्र में AI से कोई बड़ा असर नहीं होगा, क्योंकि यहां लोगों के साथ व्यक्तिगत और भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता होती है। भर्ती प्रक्रिया, कर्मचारियों की भलाई और टीम बिल्डिंग जैसे कार्यों में इंसान की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण बनी रहेगी।
  3. सामाजिक सेवाएं: गेट्स के अनुसार, सामाजिक सेवाएं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और मानसिक स्वास्थ्य पर भी AI का कम असर होगा। इन क्षेत्रों में इंसान की सहानुभूति, समझ और समर्थन की आवश्यकता होती है, जो किसी मशीन द्वारा पूरा नहीं किया जा सकता।

बिल गेट्स ने यह भी कहा कि AI तकनीक के विकास से रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे, लेकिन इसके लिए मानव कौशल और तकनीकी ज्ञान में बदलाव लाने की आवश्यकता होगी। गेट्स का मानना है कि सरकारों और कंपनियों को इस बदलाव के साथ तालमेल बैठाने के लिए निवेश और तैयारी करनी चाहिए, ताकि आने वाले समय में लोगों को नई नौकरियों के लिए तैयार किया जा सके। अंत में, गेट्स ने यह सुझाव भी दिया कि इंसानों को AI और अन्य उभरती तकनीकों के साथ काम करने के तरीके सिखाए जाने चाहिए, ताकि वे इन बदलावों से प्रभावित हुए बिना अपने कौशल को अपडेट कर सकें और नई अवसरों का लाभ उठा सकें।

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