
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना का प्रभाव अब हिमालयी राज्यों में भी महसूस किया जा रहा है, खासकर उत्तराखंड में जहां इस समय पर्यटन और धार्मिक यात्रा का पीक सीज़न चल रहा है। आने वाले दिनों में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है और लाखों श्रद्धालु केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की ओर प्रस्थान करेंगे। ऐसे में पहलगाम की घटना को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी सतर्कता और तैयारी को और तेज़ कर दिया है। राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश जारी किए हैं और खुफिया एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है। उत्तराखंड पुलिस, खुफिया विभाग, और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय को और मज़बूत किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यात्रा मार्गों, धर्मशालाओं, भीड़-भाड़ वाले इलाकों और संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ाई जाए।
ड्रोन से निगरानी, संदिग्धों पर कड़ी नजर
चारधाम यात्रा मार्गों पर ड्रोन के ज़रिए निगरानी की जा रही है। आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो), एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स), और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट्स को अलर्ट मोड पर रखा गया है। संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय होटल, धर्मशालाओं और लॉज में ठहरने वालों की जानकारी भी वेरिफाई की जा रही है।देहरादून के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया,
“चारधाम यात्रा धार्मिक ही नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा मुद्दा है। हम नहीं चाहते कि कोई भी असामाजिक तत्व इस यात्रा का फायदा उठाकर माहौल बिगाड़े। इसलिए पहलगाम हमले को चेतावनी मानते हुए हमने अपनी तैयारी और पुख्ता कर ली है।”
पर्यटन स्थलों पर भी सख्ती
सिर्फ धार्मिक स्थलों ही नहीं, बल्कि मसूरी, नैनीताल, औली, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी सुरक्षा कड़ी की गई है। विशेष रूप से विदेशी पर्यटकों और बड़े समूहों की गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है। बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और एंटी-टेरर यूनिट्स को अलर्ट पर रखा गया है।राज्य पर्यटन विभाग ने होटल मालिकों, गाइड्स और टूर ऑपरेटरों के साथ बैठकें कर उन्हें भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल देने को कहा है।
खुफिया तंत्र ने बढ़ाई सक्रियता
खुफिया एजेंसियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों से लेकर यात्रा मार्गों तक अपनी निगरानी बढ़ा दी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है ताकि कोई अफवाह न फैले और साइबर सुरक्षा भी बनी रहे। इसके अलावा नेपाल बॉर्डर और यूपी से लगते प्रवेश मार्गों पर भी चेकिंग बढ़ा दी गई है।
श्रद्धालुओं से अपील – सतर्क रहें, सहयोग करें
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति की गतिविधियों को नजरअंदाज न करें और संदिग्ध लगने पर तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचित करें। उन्हें अपना पहचान पत्र हमेशा साथ रखने और अधिकृत मार्गों से यात्रा करने की सलाह दी गई है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न केवल एक स्थान विशेष की सुरक्षा का मामला है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। उत्तराखंड सरकार ने इस चुनौती को गंभीरता से लेते हुए सभी संबंधित एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। चारधाम यात्रा देश की आस्था और संस्कृति से जुड़ा एक प्रमुख पर्व है, और इसकी सुरक्षा हर हाल में सर्वोच्च प्राथमिकता पर है। आने वाले दिनों में प्रशासन द्वारा और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर अपनी धार्मिक यात्रा पूरी कर सकें।