
ईरान और इस्राइल के बीच जारी तनाव के बीच एक बार फिर बयानबाज़ी तेज हो गई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया ‘सरेंडर’ बयान पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तीखा और चेतावनी भरा जवाब दिया है।
क्या कहा था ट्रंप ने?
ट्रंप ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अगर ईरान अमेरिका या उसके सहयोगी इस्राइल पर कोई बड़ा हमला करता है तो “हम उन्हें ऐसी सजा देंगे कि वो याद रखेंगे, और वो सरेंडर करने पर मजबूर होंगे।”
खामेनेई का करारा पलटवार
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए खामेनेई ने कहा:
“अगर अमेरिका ने कोई भी दुस्साहस किया, तो हम उसका वही हाल करेंगे जो इतिहास में कई घमंडी ताकतों का हुआ है। ट्रंप भूल न करें, ये 1979 वाला ईरान नहीं है। हम जवाब देना जानते हैं, वो भी ऐसे कि दुनिया देखे।”
ईरान का रुख सख्त
- खामेनेई ने स्पष्ट किया कि ईरान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि उस पर हमला होता है तो वह पूरी ताकत से जवाब देगा।
- उन्होंने अमेरिका को “गिरती हुई ताकत” बताया और कहा कि मध्य-पूर्व में अमेरिकी प्रभाव अब पहले जैसा नहीं रहा।
इस्राइल को भी चेतावनी
- ईरान ने इस्राइल को भी चेतावनी दी कि अगर उसने कोई उकसावे वाली कार्रवाई की, तो “तेल अवीव और हाइफ़ा को निशाना बनाने में देर नहीं लगेगी।”
- खामेनेई ने कहा कि फिलिस्तीन का मुद्दा केवल एक जमीन की लड़ाई नहीं, बल्कि “वजूद की जंग” है।
बढ़ता तनाव: संभावित असर
- इस बयानबाज़ी से मध्य-पूर्व में तनाव और गहराने की आशंका है।
- अमेरिका की ओर से भी आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त की जा सकती है।
- वैश्विक स्तर पर तेल कीमतों और राजनीतिक स्थिरता पर असर पड़ सकता है।