
उत्तराखंड में मानसून की प्रतीक्षित दस्तक अब ज्यादा दूर नहीं है। मौसम विज्ञान विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, 20 जून 2025 को प्रदेश में मानसून प्रवेश कर सकता है। शुरुआत में इसका प्रभाव कुमाऊं मंडल के जिलों में देखने को मिलेगा, जिसके बाद यह धीरे-धीरे गढ़वाल क्षेत्र में भी फैल जाएगा। इससे पहले राज्य के विभिन्न इलाकों में प्री-मानसून की बारिश का सिलसिला लगातार जारी है, जिसने मौसम को सुहावना बना दिया है।
कुमाऊं से होगी मानसून की शुरुआत
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक, मानसून ने पहले ही बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है। इस लिहाज से, उत्तराखंड तक इसे पहुंचने में अब महज दो से तीन दिन का समय और लग सकता है। कुमाऊं क्षेत्र के नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर में मानसून की पहली फुहारें गिरने की संभावना जताई गई है।
प्री-मानसून बारिश ने दी राहत
मानसून के आगमन से पहले ही राज्य के कई पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दे दी है। 18 जून से 24 जून तक हल्की से मध्यम बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। बीते कुछ दिनों में चमोली, टिहरी, अल्मोड़ा और हरिद्वार जैसे जिलों में अच्छी बारिश देखी गई है।
गढ़वाल में देहरादून और पौड़ी में तेज़ बारिश के आसार
मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के बाद गढ़वाल मंडल में भी इसका असर दिखेगा। खासकर देहरादून और पौड़ी जिले में अन्य जिलों की तुलना में अधिक वर्षा होने की संभावना है। इसके चलते नदियों और जलाशयों के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। साथ ही, प्रशासन को भूस्खलन और जलभराव जैसी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए पहले से तैयार रहने की सलाह दी गई है।
दून घाटी में बनेगा रिमझिम का माहौल
राजधानी देहरादून में इस सप्ताह लगातार बारिश का सिलसिला बना रहेगा। बृहस्पतिवार को शहर में दो बार बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि, तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिलेगा। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री की वृद्धि के साथ 33 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास बना रहेगा।
किसानों और पर्यटकों के लिए राहत की खबर
मानसून की आमद राज्य के किसानों के लिए वरदान बनकर आ रही है। खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी में जुटे किसानों को अब पर्याप्त नमी मिलने की संभावना है। वहीं, राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आए पर्यटकों के लिए भी यह मौसम बेहद अनुकूल है। खासकर मसूरी, नैनीताल और रानीखेत जैसे हिल स्टेशनों पर बारिश के चलते हरियाली और ताजगी का अनुभव दोगुना हो जाएगा।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
मानसून के साथ आने वाली संभावित चुनौतियों को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के सभी जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़क बंद होने की स्थिति से निपटने के लिए रैपिड रेस्पॉन्स टीमों को तैनात किया गया है। स्वास्थ्य विभाग भी बरसात से जुड़ी बीमारियों से निपटने के लिए तैयारियों में जुटा है। उत्तराखंड में मानसून की दस्तक अब बस कुछ ही कदम दूर है। कुमाऊं में इसकी शुरुआत के बाद, गढ़वाल भी भीग उठेगा और पूरा प्रदेश एक बार फिर से हरीतिमा और शीतलता की चादर में लिपट जाएगा। आने वाले दिन पर्वतीय राज्य के लिए सावधानी और सुखद अनुभूति दोनों लेकर आएंगे।