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पिनौला में भूस्खलन से टूटा यातायात, बदरीनाथ हाईवे हुआ बंद - The Indian Exposure

पिनौला में भूस्खलन से टूटा यातायात, बदरीनाथ हाईवे हुआ बंद

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से चारधाम यात्रा एक बार फिर प्रभावित हो गई है। चमोली जिले के गोपेश्वर क्षेत्र में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) पर गोपीनाथ – गोविंदघाट के पास पिनौला में एक बड़ा भूस्खलन हुआ है, जिससे चट्टानों से भारी बोल्डर हाईवे पर गिर गए। इसके कारण बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की ओर जाने वाले सैकड़ों तीर्थयात्रियों को बीच रास्ते में ही रोकना पड़ा है।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और सीमा सड़क संगठन (BRO) की टीमें तत्काल मौके पर पहुंच गईं और हाईवे को खोलने के प्रयास शुरू कर दिए। जानकारी के अनुसार, ज्योतिर्मठ क्षेत्र में रातभर हुई भारी बारिश के कारण पिनौला में पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर हाईवे पर गिर गया। इसके कारण न केवल तीर्थयात्री फंसे, बल्कि वाहनों की लंबी कतारें भी लग गईं।प्रशासन द्वारा हाईवे के दोनों ओर से तीर्थ यात्रियों और वाहनों को रोक दिया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब तक मलबा और बोल्डर पूरी तरह से हटाकर हाईवे को सुरक्षित नहीं बना दिया जाता, तब तक यात्रियों को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। BRO की मशीनें मौके पर जुटी हुई हैं और मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।स्थानीय प्रशासन ने यह भी बताया कि मौसम की स्थिति को देखते हुए सावधानी के तौर पर यात्रियों को फिलहाल वहीं रुकने की सलाह दी गई है। प्रभावित यात्रियों को जलपान और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अस्थायी राहत केंद्र बनाए गए हैं।

केदारनाथ में भी तेज बारिश, सोनप्रयाग में रोके गए तीर्थयात्री

इधर, दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ धाम में भी लगातार तेज बारिश के चलते यात्रा पर असर पड़ा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सोनप्रयाग में यात्रियों को रोक दिया हैजिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ में रात से भारी बारिश जारी है, जिससे पैदल मार्ग और विभिन्न पड़ावों पर फिसलन की स्थिति बन गई है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है और पैदल मार्ग पर यात्री सुरक्षा के विशेष निर्देश दिए गए हैं।प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले मौसम विभाग की चेतावनियों और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें, और अनावश्यक जोखिम न लें।

मौसम से फिर बाधित हुई चारधाम यात्रा

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का मौसम आधारित संकट कोई नया नहीं है, लेकिन इस बार तीव्र और अनियमित बारिश ने व्यवस्थाओं को चुनौती दे दी है। बदरीनाथ और केदारनाथ दोनों ही धामों की यात्रा इस समय रुकी हुई है, और तीर्थयात्रियों को मार्ग खुलने की प्रतीक्षा है।प्रशासन और राहत एजेंसियों की ओर से राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं, लेकिन जब तक मौसम स्थिर नहीं होता, तब तक यात्रियों को सावधानीपूर्वक इंतजार करने की ही सलाह दी जा रही है। यात्रियों और उनके परिजनों से आग्रह किया गया है कि वे अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत स्रोतों से ही सूचना प्राप्त करें।इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि चारधाम जैसी उच्च हिमालयी यात्रा में मौसम की भूमिका बेहद अहम है और किसी भी परिस्थिति के लिए यात्रियों और प्रशासन को तैयार रहना आवश्यक है।

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