
उत्तराखंड में स्थित चारधाम (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) की वार्षिक यात्रा 2025 के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की प्रक्रिया अब एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है। तीर्थयात्री आज से ऑफलाइन पंजीकरण कर सकेंगे, जिससे यात्रा के लिए उनकी सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने काउंटर की व्यवस्था की है। यह पंजीकरण सेवा उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थल जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य प्रमुख स्थानों पर उपलब्ध होगी।इस नई व्यवस्था का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को एक सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है। अब तक तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया से गुजर रहे थे, लेकिन इस बार सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू की है ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें, खासकर वे लोग जो तकनीकी साधनों का उपयोग नहीं कर पाते।
पंजीकरण प्रक्रिया और काउंटर की व्यवस्था:
हरिद्वार और ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों के लिए विशेष काउंटर स्थापित किए गए हैं, जहां वे आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा, प्रदेश के अन्य प्रमुख स्थानों पर भी ऐसे काउंटर खोले गए हैं, जहां से यात्रा के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है। पंजीकरण के दौरान तीर्थयात्रियों से उनके यात्रा संबंधित जानकारी, जैसे यात्रा तिथियां, संपर्क विवरण और स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली जाएगी।
क्या है पंजीकरण का महत्व?
चारधाम यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल आते हैं, और इस यात्रा के दौरान व्यवस्था और सुरक्षा को बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसलिए, पंजीकरण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यात्रा के दौरान होने वाली भीड़ को नियंत्रित करना और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, पंजीकरण के बाद तीर्थयात्री सरकारी व्यवस्था से जुड़ी योजनाओं का भी लाभ उठा सकेंगे, जैसे प्राथमिक चिकित्सा, राहत शिविर, और अन्य यात्रा संबंधी सुविधाएं।
ऑफलाइन पंजीकरण के फायदे:
ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा से उन तीर्थयात्रियों को राहत मिलेगी, जिन्हें इंटरनेट या स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने में समस्या होती है। अब वे अपनी यात्रा को व्यवस्थित रूप से शुरू कर सकते हैं। साथ ही, सरकार ने इस व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया है ताकि तीर्थयात्री बिना किसी परेशानी के यात्रा की शुरुआत कर सकें।
मुख्य काउंटर और स्थान:
- हरिद्वार: हरिद्वार रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास काउंटर स्थापित किए गए हैं।
- ऋषिकेश: ऋषिकेश के प्रमुख स्थानों पर काउंटर उपलब्ध होंगे, जहां से पंजीकरण कराया जा सकेगा।
- देहरादून: देहरादून में भी पंजीकरण काउंटर खोले गए हैं, जहां तीर्थयात्री अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
- गोपेश्वर और अन्य स्थान: चारधाम यात्रा मार्ग पर प्रमुख स्थानों पर भी काउंटर की व्यवस्था की गई है।
नया कदम यात्रा के लिए सुरक्षा और सुविधा का परिचायक:
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यह पहल की है, ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। इससे न केवल यात्रा का अनुभव बेहतर होगा, बल्कि यात्रा से जुड़े प्रशासनिक कार्यों को भी आसान किया जा सकेगा।इस नई व्यवस्था से चारधाम यात्रा 2025 को पहले से कहीं अधिक व्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। उत्तराखंड सरकार ने सभी तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले पंजीकरण कराएं, ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो और सभी को यात्रा का सुखद अनुभव हो।